सर्जरी के दौरान नंदी के पेट से निकली 65 किलो पॉलीथिन
- 2 घण्टे तक चला नंदी का ऑपरेशन
जोधपुर। विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय, जोधपुर में एक नंदी आया जो पॉलीथिन खाने से परेशान था, जिसको श्री राधे कृष्ण गौशाला सेवा संस्थान, रोहिट, पाली वालों ने गो चिकित्सालय में पहुंचाया। गौशाला के अध्यक्ष ने बताया कि इस नंदी के पेट में पॉलीथिन का मलबा जम गया है जिससे पाचन क्रिया सही नहीं हो रही है।
डॉ.राठौड़ ने बताया कि इस नंदी का ऑपरेशन किया गया, ऑपरेशन के दौरान नंदी के पेट से लगभग 65 किलो पॉलीथिन निकाली गई है, सर्जरी के बाद में नंदी को निगरानी में रखा गया है। करीब 2 घण्टे तक चले इस ऑपरेशन में पॉलीथिन के साथ अन्य चीजें भी निकाली गई जो कि घरेलु उपयोग के बाद में फेंक दी जाती है। बदलते परिवेश में पॉलीथिन ने हर व्यक्ति के जीवन में जगह बना ली है। पॉलीथिन पूर्णरूप से कभी नष्ट न होने वाला पदार्थ है, इसके निर्माण में कई प्रकार के रासायनिक पदार्थों का प्रयोग किया जाता है, जिनमे से कुछ पदार्थ विषैले भी होते है।
मेडिकल इंचार्ज सुभाष जी पोसवाल ने बताया कि गो चिकित्सालय में प्रतिदिन सीजेरियन, शरीर पीड़ित, आंख कैंसर, ट्यूमर, लिंग पीड़ित, सिंग कैंसर, जले हुए गोवंश, करंट आये हुए गोवंश, पॉलीथीन खाये हुए गोवंश, पथरी पीड़ित, दुर्घटनाग्रस्त गोवंश व अन्य बिमारीयों से पीड़ित गोवंश ईलाज के लिए गो चिकित्सालय, रलावास, जोधपुर में एम्बुलैंस द्वारा लाये जाते है जिनको उच्च स्तर पर उपचार कर जीवनदान दिया जाता है।